अमात्य परिषद : मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है कहने वाली महाराष्ट्र के बल्लारशाह की दलित समाज की बेटी “रानी निषाद” मोहम्मद सूफियान के झांसे मे आकार उसे अपना शरीर सौंप बैठी साथ ही साथ घर से पैसा चुरा चुरा कर सूफियान और उसके घर वालों की जेबें भरती रही और फिर इसके बाद रानी के साथ जो हुआ उसके बाद रानी निषाद आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गई है l सुने रानी निषाद की लव-जिहाद वाली कहानी उसी की जुबानी l रानी निषाद की इस कहानी को अधिक से अधिक शेयर करें, स्वयं भी सुने और अपने बच्चों-बहनों और “मेरा अब्दुल” कहने वाली लड़कियों को भी सुनाएं l
“Rani Nishad”, trapped in “Love-Jihad”, had made this video before committing suicide.
Muy interesante lo que planteas. ¿Qué opinas de la tendencia?